CONSULT FOR: VEDIC JYOTISH , LAL KITAB ,NEUMROLOGY ,VASTU
Friday, 24 June 2011
वर्तमान समय में लाल किताब का उपयोगिता (Relevance of Lal Kitab in present time)
ज्योतिष के अन्तर्गत समय को जानने का बहुत सारी बिधाएं हैं. ज्योतिष की प्रत्येक शाखा में अपने -2 तरीके से उपाय करने का विधान (Two types of methods in astrology) हैं जैसे कि रत्नो के द्वारा भी कमजोर ग्रहो का उपाय (Remedies by ratna) किया जाता हैं, जबकी वैदिक जोतिष (Vedic astrology) में जप, तप, व्रत, दान, यज्ञ पूजा इत्यादि को महत्व दिया जाता हैं.
वैदिकज्योतिषकेउपाययद्यपिशास्त्रोक्तहोतेहैंपरन्तुश्रमसाध्यऔरज्ञानकीआवश्यकताहोनेकेकारणयेउपायआमआदमीकीपहुँचकेबाहारहोतेहैं. फिरइनउपायोकोकरनेमेंधनकाव्ययभीअधिकहोताहैं. तथावैदिकउपायकेलिएएककर्मकाण्डीबिद्वानकीभीआवश्यकताहोतीहैं.परन्तुज्योतिषकीएकनईशाखालालकिताबमेंग्रहोकेउपायों (Planets remedies in Lal Kitab)कोबडे़हीसरलढंगसेप्रस्तुतकियागयाहैं, जिसेएकसामान्यव्यक्तिबिनाकिसीअन्यव्यक्तिकीसहायताकेस्वयंकरसकताहैं. इनउपायोंकोलगातार 40 से 43 दिनोतकया 40 से 43 सप्ताहोतककियाजाताहैं. इनउपायोंकेलिएकिसीभीमन्त्रइत्यादिकीआवश्यकतानहींपडतीबल्किमात्रबहतेपानी (दरिया)मेंग्रहविशेषसेसम्बन्धितवस्तुओ़ंको 40-43 दिनोतकबहाने (घोडे़जानेसे) अथवाकिसीजगंलसेसम्बन्धितवस्तुओ़ंकोदबानेसेकार्यकीसिद्धिहोतीहैं.जोवस्तुएंदरियामे़बहायीयाजगंलमेंदवाईजातीहेवोआधिककिमतकीनहींहोतीइसकारणइतनासस्तासरलऔरआमआदमीकेद्वाराआसानीसेकिएजानेकेकारणयहवर्तमानसमयमेंदिनोदिनप्रसिद्धीप्राप्तकररहाहै. इस उपाय का केवल एक ही कमजोर पहलू है कि यदि 40 दिनो के बीच में उपाय का कोई दिन नागा रह जाता है तो यह उपाय भंगहो जाता है तथा इसे फिर से दोबारा प्रारम्भ करना पडता है. अर्थात 40 से 43 दिनो तक यदिइस एक दोष को छोड़ दिया जाये तो लाल किताब व्यवहारिक रूपसे बहुत ही उपयोगी (Lal Kitab is useful for day-to-day life) है. लाल किताब के उपायों को आम बोल चाल की भाषा में टोटके भी कहा जाता है.इन टोटके को करने वक्त सबसे अच्छीबात यह भी है कि किसी विशेष नियम (40- 43 दिनो/ सप्ताह को छोड़कर)की आवश्यकता भी नही पड़ती.जाति, भाषा,सम्प्रदाय की बाध्यता न होना भी इस किताब कीप्रसिद्धि का एक अन्य कारण है. एक अन्य विशेषता जो इस किताब मे़ हैं वो है बनावटी ग्रह (Banawati Planets), दो ग्रहो की युति से बनने वाला ग्रह जो कि किसी अन्य ग्रह का प्रभाव रखता बनावटी कहलाता है.अब यदि किसी ब्यक्ति की कुण्ड़ली में किसी ग्रह का दोष है तो उसके बनावटी ग्रहो का उपाय (Remedies for banawati planets) करके भी उस ग्रह के दोष से मुक्त हुआ जा सकता है़. स्त्रियां भी इन उपायों को आसानी से कर सकती है क्योंकी वैदिक ज्योतिष में शुचिता सम्बन्धी रखना अति आबश्यक है अन्यथा उपाय भंग हो जाता है तोबच्चे, बुढे, जवान, स्त्रियां सभी के लिए सर्व सुलभ होने केकारणभी लाल किताब की प्रासंगिकता या स्वीकार्यता (Relevance and recognition of Lal Kitab) बढ़ जाती है. अत: वर्तमान समय में लाल किताब बहुत उपयोगी (Lal Kitab is useful for nowadays) है.
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